विदेशियों के एक दल ने बागनाथ मंदिर के दर्शन किए। उन्होंने वहां मंत्रों के साथ भगवान शिव को याद किया। दल पिंडारी ग्लेशियर की यात्रा से लौटा। यहां पहुंचने पर दल का मंदिर समिति ने भव्य स्वागत किया। अमेरिका से 14 सदस्यों का दल मंगलवार को पिंडारी की यात्रा से लौटा। जिसके बाद दल ने बागनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। वे सात दिनों तक पिंडारी की यात्रा पर थे। उन्होंने बताया पिंडारी के रास्तों की स्थिति ठीक नहीं है। इसके अलावा वहां पर चिकित्सा सुविधा के लिए एक भी अस्पताल मौजूद नहीं है। वहां पर गेस्ट हाउस तो बने हैं लेकिन उनकी हालत भी ठीक नहीं है। दल के निकोलस ने बताया कि पिंडारी काफी सुंदर है। वहां जाने से उन्हें प्रतीत हुआ कि स्वर्ग की तरफ बढ़ रहे हैं। इंडिया को पिंडारी को संरक्षित करने की जरूरत है। एलिन ने कहा कि खुशगवार मौसम की वह कायल हो गईं हैं। वह वहां और रूकना चाहतीं थीं। उन्होंने कहा वे अपने साथियों को लेकर दुबारा फिर से बागेश्वर आएंगी। मंदिर समिति के नंदन सिंह रावल ने बताया कि टीम में शामिल महिला और पुरुषों ने बागनाथ मंदिर के दर्शन किए। उन्होंने मंदिर में सातवीं से लेकर 12वीं तक के शिलालेख भी देखे।