प्रदेश में बुधवार को 33 करोना संक्रमित मरीज मिले, वहीं पांच संक्रमित लोगों की मौत हुई है। जिसमें ऋषिकेश एम्स में तीन मृतकों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। टिहरी जिले में दो संक्रमित लोगों की मौत हुई है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार देहरादून में 10, पौड़ी में 09, ऊधमसिंह नगर में 06, टिहरी में 06 और हरिद्वार में एक संक्रमित मिला है। इन्हें मिलाकर प्रदेश में संक्रमितों की संख्या 2568 हो गई है। एम्स ऋषिकेश में तीन मृतकों की सैंपल रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, टिहरी जनपद के देवप्रयाग में दो संक्रमितों की मौत हुई है। इन्हें मिलाकर प्रदेश में 35 संक्रमितों की मौत हो चुकी है।
नैनीताल हाईकोर्ट ने सरकार की ओर से गरुड़ बागेश्वर में प्रवासियों को स्कूलों और पंचायत भवनों में क्वारंटीन करने के मामले में दायर जनहित याचिका पर सुनवाई के बाद सचिव स्वास्थ्य को बागेश्वर जिले के स्वास्थ्य संबंधी शिकायतों पर संज्ञान लेने और जिम्मेदार अधिकारियों को कर्तव्यों का निर्वहन करने के निर्देश देने के साथ विस्तृत रिपोर्ट 30 जून तक पेश करने को कहा है।
न्यायमूर्ति सुधांशु धूलिया एवं न्यायमूर्ति रविंद्र मैठाणी की खंडपीठ के समक्ष वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मामले की सुनवाई हुई। अधिवक्ता डीके जोशी ने कोर्ट को बताया कि राज्य सरकार ने महामारी से लड़ने को जिले के प्रधानों को अभी तक फंड नहीं दिया है। जब गरुड़ क्षेत्र के प्रधानों ने अधिकारियों से शिकायत करनी चाही तो उनके मोबाइल बंद मिले। इसके बाद उन्होंने जिन्मेदारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और आशा वर्करों को दे दी। क्वारंटीन सेंटरों में न तो आने-जाने वालों का रिकॉर्ड रखा जा रहा है और ना ही सेंटरों को सैनिटाइज किया जा रहा है। याचिका में कहा गया कि गरुड़ में प्रदेश सरकार प्रवासियों को स्कूल और पंचायत भवनों में क्वारंटीन कर रही है लेकिन सुविधाएं नहीं दे रही है।इसलिए उन्हें तहसील या जिला स्तर पर क्वारंटीन किया जाए। इस सबंध में गरुड़ के प्रधानों ने डीएम को ज्ञापन भी दिया था। मांग पूरी नहीं होने पर सामूहिक इस्तीफा देने की चेतावनी दी थी