कल मोरी के आपदा पीड़ितों का हाल चाल पूछने जाने के बजाय बीमार पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली की कुशलक्षेम पूछने जाने के कारण त्रिवेंद्र सिंह रावत की कल दिन भर सोशल मीडिया पर जो छीछालेदर हुई, उसको लेकर उन्हें आनन-फानन में जेटली से मुलाकात के बजाय अमित शाह से मुलाकात करके उन्हें राज्य के हालात का ब्यौरा देना ज्यादा बेहतर लगा।
आपाधापी में त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राज्य को आपदा से मात्र 175 करोड़ रुपए के नुकसान का ब्योरा दिया तथा कहा कि “राज्य भर में मानसून सीजन में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में आई आपदा से अब तक 32 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं 175 करोड़ के करीब का नुकसान हो गया है।”
हालांकि मुख्यमंत्री का कहना है कि अमित शाह ने उन्हें हर प्रकार का सहयोग देने के प्रति आश्वस्त किया है। कल शाम ही सरकार की ओर से अमित शाह से मुलाकात की फोटो और संदेश सोशल मीडिया में डालकर डैमेज कंट्रोल की भरसक कोशिश की गई, लेकिन लोग इस बात से नाराज हैं कि जब सरकार कई गांव में गई तक भी नहीं तो पूरे राज्य भर में मानसून के सीजन में मात्र 175 करोड रुपए के नुकसान का आकलन कैसे बताया गया !