बागेश्वर: अधिवक्ता दिग्विजय सिंह ने सौरमंडल के दूसरे सबसे बड़े और महत्वपूर्ण ग्रह शनि की मूवमेंट काे पृथ्वी से कैद किया है। यह कमाल किया है बागेश्वर के जिले के दिग्विजय सिंह जनोटी खगोल विज्ञान में बहुत रुचि रखते हैं । उन्होंने जिला मुख्यालय बागेश्वर से 15 किमी दूर जनोटी पाडली से वलयकर शनि ग्रह की चालों को कैद किया है। जनोटी ने बताया कि वे स्टार एप पर ग्रहों की मूवमेंट को आब्जर्व करते रहते हैं। इसके बाद खुले आसमान में निकलकर कैमरे से ग्रहों की खोज करते रहते हैं। बीते शनिवार की रात भी उन्होंने ऐसा ही किया। एप पर शनि की मूवमेंट देखकर शनिवार की रात करीब 8 बजकर 30 मिनट में जनोटी पाडली उन्होंने अपने निकोन पी-900 कैमरे से यह अद्भुत खगोलीय घटना कैद की। 21 जुलाई को विशाल ग्रह शनि अपोजिशन में आएगा। इस दिन शनि धरती के बहुत करीब होगा और पूरी रात देखा जा सकेगा। शनि के चमकदार छल्लों को देखने का यह शानदार मौका होगा। इसे दूरबीन से भी देखा जा सकेगा।
शनि सौरमंडल में सूर्य से छठें स्थान पर स्थित बृहस्पति के बाद सबसे बड़ा ग्रह है। इसका अपनी कक्षा में परिभ्रमण का पथ 14,29,40,000 किलोमीटर है । इसके 47 उपग्रह माने जाते हैं। जिनमें टाइटन सबसे बड़ा है। वैसे तो शनि ग्रह की खोज प्राचीन काल में ही हो गई थी, लेकिन मशहूर वैज्ञानिक गैलीलियो गैलिली ने सन् 1610 में दूरबीन की सहायता से इसे पहली बार देखा। इस ग्रह की रचना 75 फीसद हाइड्रोजन एवं 25 फीसद हीलियम गैसों से हुई है। शनि सौरमंडल के उन चार विशाल ग्रहों में से एक है, जिन्हें गैस दानव कहा जाता है। क्योंकि इन ग्रहों पर जल, मिथेन, अमोनिया या पत्थर बहुत कम मात्रा में या नहीं पाए जाते हैं। यह पृथ्वी से 763 गुना बड़ा एवं 95 गुना भारी ग्रह है। लेकिन गैसीय ग्रह होने के कारण इसका घनत्व पृथ्वी की तुलना में काफी कम है।
दिग्विजय सिंह नेेे कहा कि इसके विशिष्ट छल्लों से इसकी पहचान की जा सकती है। सौरमंडल में शनि सूर्य से छटा ग्रह है, ये सौरमंडल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है। शनि से पृथ्वी की दूरी बदलते रहती है लेकिन सबसे नजदीक होने पर ये दूरी 1.2 अरब किमी0 होती है।