उत्तराखण्ड के युवाओं में प्रतिभा को कमी नहीं है उत्तराखण्ड के गांव गांव में युवाओं में ऐसी प्रतिभा है जो वही की वहीं दबी रह जाती है
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यह खबर जगथाना के उन दो युवाओं की है जिन्होंने अपनी मेहनत व हुनर से रिंगाल के विभिन्न टोकरियाँ, टोपी, छपरा, फूलदान व टोकरी आदि का उत्पादन गाँव में ही रहकर किया है। आगे भी गांव में रहकर ही इस क्षेत्र में कार्य करने की इच्छा भी व्यक्त की है, जिससे समाज में रोज़गार भी बढ़ाया जा सकता है।
कपकोट के पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण व हरीश ऐठनी ने दोनों युवा दीपक आर्या एवं हरीश आर्या की मेहनत को सलाम किया। और उन्हें भरोसा दिलाया कि आने वाले समय में उनसे जो भी सहयोग बन पायेगा उसके लिये वह तत्पर रहेंगे। प्रशासन स्तर पर जो भी सहायता इस क्षेत्र के कार्यों के लिए निर्धारित की गई है वो भी उनको जल्द दिलाने की जिला प्रशासन से मांग करेंगे। क्षेत्रीय युवाओं के हुनर को पहचान कर रोज़गार के रूप में उपयोग करने का यह बेहतर विकल्प हो सकता है।