केरल में शुक्रवार शाम हुए विमान हादसे को लेकर एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) ने बयान जारी किया है। एएआई के मुताबिक, कोझीकोड एयरपोर्ट पर एयर इंडिया एक्सप्रेस प्लेन रनवे से करीब 1000 मीटर पहले लैंड हुआ था। हादसे के बाद विमान दो टुकडों में बंट गया था। हादसे में दोनों पायलटों समेत 18 लोगों की जान चली गई थी।
एएआई ने यह भी कहा कि हादसे के शिकार हुए विमान के पायलट को लैंडिंग के पहले प्रयास में भारी बारिश की वजह से रनवे नहीं दिख पाया। केरल में कोझीकोड एयरपोर्ट में एक टेबल टॉप एयरपोर्ट है, जिसे एएआई द्वारा ऑपरेट किया जाता है।
एएआई के प्रवक्ता ने बताया कि पहली लैंडिंग के लिए रनवे 28 का इस्तेमाल किया गया, लेकिन भारी बारिश की वजह से पायलट रनवे नहीं देख पाए। इसके बाद उन्होंने रनवे-10 के लिए इजाजत मांगी।
एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (एटीसी) के हवाले से एएआई प्रवक्ता ने बताया कि विमान टैक्सीवे सी के पास लैंड हुआ, जो कि रनवे-10 की शुरुआत से करीब 1000 मीटर की दूरी पर है। रनवे की कुल लंबाई 2700 मीटर है। प्रवक्ता ने बताया कि हादसे के वक्त एयरफील्ड में काफी बारिश हो रही थी। लैंडिंग के समय विजिबिलिटी 2000 मीटर रिपोर्ट की गई।
बेटे के करोना संक्रमित होने पर पिता की सदमे से मौत
शुक्रवार को वंदे भारत मिशन के तहत एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट AXB-1344 दुबई से शाम 7.41 बजे कोझीकोड पहुंची थी। भारी बारिश के बीच रनवे नंबर 10 पर पायलट को लैंडिंग करने में दिक्कत आ रही थी। इसी दौरान फ्लाइट फिसल गई और रन-वे से आगे निकल गई। विमान 35 फीट गहरी खाई में गिर गया।
इस फ्लाइट में 7 साल के जुड़वा भाई-बहन भी सवार थे। दोनों की जान बच गई, लेकिन इनकी मां का अभी पता नहीं चल पाया है। बच्चों को अस्पताल से छुट्टी के बाद रिश्तेदार घर ले गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चार गर्भवती महिलाओं में से एक की मौत हो गई है