उत्तराखंड का जिला पिथौरागढ़ प्रकृति के कहर से कराह रहा है। जुलाई में हुई भारिश और बादल फटने की कई घटनाओं के कारण उच्च हिमायल की तहसीलों में काफी तबाही मची है। बंगापानी, मुनस्यारी और धारचूला में कई मकान जमीदोज हो गए हैं तो कई लोगों की मलबे में दबने से मौत भी हो गई है। पहाड़ से मलबा आने और भारी बारिश के कारण तमाम रास्ते बंद हो गए हैं। ऐसे में प्रभावितों तक मदद पहुंचाने में काफी मुश्किलें आ रही हैं। विपदा की इस घड़ी में उनके बीच अगर कोई मदद के लिए पहले दिन से खड़ा है तो वो हैं धारचूला के कांग्रेस विधायक हरीश धामी। धामी रोज नदी नाला, पहाड़ पार कर प्रभावित लोगों के बीच पहुंचकर उनकी मदद कर रहे हैं। साथ ही सोशल मीडिया पर लगातार प्रभावितों तक मदद पहुंचाने और सरकार से हेलीकॉप्टर लगाकर उन्हें रेस्क्यू करने की अपील कर रहे हैं।
विधायक बंगापानी तहसील के मल्ला मोरी गांव में आपदा पीड़ितों की समस्याएं सुनकर लौट रहे थे और आपदा प्रभावित लुम्ती गांव जा रहे थे। इस दौरान लुम्ती नालेे में अचानाक वहाव तेज होने के कारण बहने लगे। यह देखकर उनके समर्थकों में हड़कंप मच गया। बहाव में वह करीब दस मीटर दूर तक बह गए। साथ के कार्यकर्ताओं ने किसी तरह उन्हें बचाकर नाले से निकाला। शुक्र रहा कि वे बचा लिए गए वरना दस मीटर आगे नदी बह रही थी। ऐसे में बड़ी अनहोनी की आशंका थी। हादसे के दौरान विधायक को चोट भी आई है। उनके मुंह, नाक और कानों में भी मलबा घुस गया था। चामी पहुंचने पर घायल विधायक धामी का सेना के चिकित्सकों ने उपचार किया। विधायक धामी 19 जुलाई की रात को टांगा गांव में आई आपदा के बाद से लगातार प्रभावित क्षेत्रों में बने हुए हैं। विधायक धामी आज फिर प्रभावितों के बीच हैं।