अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर देहरादून के भारतीय वन अनुसंधान संस्थान परिसर में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देवभूमि से दुनियाभर के योग प्रेमियों को योग दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड कई दशकों से योग का मुख्य केंद्र रहा है। यहां के पर्वत- वायु भी योग के लिए प्रेरित करते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह भूमि हर किसी को आकर्षित करती है।
कहा, मां गंगा की इस पवित्र भूमि पर जहां चार धाम स्थित हैं, जहां आदि शंकराचार्य के चरण पड़े, जिस भूमि ने स्वामी विवेकानंद को बार-बार आकर्षित किया, वहां योग दिवस के मौके पर हम सभी का होना ये किसी सौभाग्य से कम नहीं है। ये हम सभी भारतियों के लिए गौरव की बात है कि आज जहां सूर्य की किरणें पहुंच रही हैं। वहां लोग सूर्य से योग का स्वागत कर रहे हैं।
कहा, दुनिया के कोने-कोने तक आज योग ही योग है। विश्व का हर नागरिक योग को अपना मानने लगा है। योग आज दुनिया की सबसे पावरफुल यूनिफाइंग फोर्सेस में से एक बन गया है। उन्होंने कहा कि जब तोड़ने वाली ताकतें बढ़ती हैं तो बिखराव आता है। ऐसे में योग शांति की अनुभूति कराता है। समाज में सद्भाव बढ़ाता और एक सूत्र में पिरोता है। बिखराव के बीच योग जोड़ने का काम करता है।