रामनगरी अयोध्या में कल यानी बुधवार को होने वाले राम मंदिर के लिए भूमि पूजन के लिए तैयारियां अपने अंतिम चरण में है। भूमि पूजन के इस भव्य समारोह के लिए अयोध्या नगरी पूरी तरह से सजकर तैयार हो चुकी है और भूमि पूजन में शामिल होने के लिए मेहमानों के आने का सिलसिला शुरू हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल इस समारोह के मुख्य मेहमान हैं। हालांकि, इनके अलावा साधू-संत समेत अलग-अलग क्षेत्र के 175 मेहमान होंगे, जो इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के साक्षी बनेंगे।
दरअसल, मुख्य पूजन 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी निर्धारित शुभ मुहूर्त में करेंगे। यह मुहूर्त 32 सेंकेड का है, जो मध्याहन 12 बजकर 44 मिनट आठ सेकेंड से लेकर 12 बजकर 44 मिनट 40 सेकेंड के बीच है।
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बताया गया कि षोडश वरदानुसार 15 वरद में ग्रह स्थितियों का संचरण शुभ और अनुकूलता प्रदान करने वाला है। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को अयोध्या में करीब ढाई घंटे तक रहेंगे। भूमि पूजन से पहले वह हनुमानगढ़ी जाएंगे और फिर वह मंदिर स्थल का दौरा करेंगे और फिर विशेष डाक टिकट जारी करेंगे। उम्मीद की जा रही है कि पूजा के दौरान पीएम मोदी देशवासियों को संबोधित भी करेंगे
बताया जा रहा है कि भूमि पूजन समारोह में भाग लेने वाले संतों को चांदी के सिक्के दिए जाएंगे, जो श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट को कामिकोच्चि के शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती द्वारा भूमिपूजन के लिए भेजे गए हैं। इसके अलावा, मंदिर के निर्माण में सोने और चांदी के दो ईंटों का भी प्रयोग किया जाएगा, जो तमिलनाडु से लाई गई हैं।
इस समारोह के लिए करीब सवा लाख लड्डू तैयार हो रहे हैं।
इसके अलावा, राम मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम को देखते हुए सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई है। मंदिर स्थल और पूरे अयोध्या में भारी सुरक्षा व्यवस्था है। एनएसजी कमांडो सहित लगभग 4000 सुरक्षाकर्मी मंदिर स्थल के पास तैनात हैं और 75 चेक पोस्ट बनाए गए हैं। इसके अलावा, अयोध्या की सीमाओं को सोमवार रात से ही सील कर दिया गया है।