हल्द्वानी के एक निजी स्कूल में पढ़ने वाली तीन साल की मासूम बच्ची से दुष्कर्म के प्रयास का मामला सामने आया है. हीरानगर के केवीएम स्कूल में नर्सरी की छात्रा से उसे घर छोड़ने जाने वाली वैन के ड्राइवर-कंडक्टर छेड़खानी करते थे. इसका पता तब चला जब उसकी तबियत खराब होने पर बच्ची की मां और मौसी उसे एक निजी नर्सिंग होम में लेकर गए. जहां मासूम बच्ची ने डॉक्टर के सामने दरिंदे ड्राइवर-कंडक्टर की हरकतों के बारे में बताया. डॉक्टरी जांच के तीन दिन बाद भी न तो बच्ची के घरवालों और न ही स्कूल प्रबंधन ने पुलिस में कोई शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने खुद ही इस मामले की एफ़आईआर दर्ज करवाई. पुलिस ने पॉक्सो एक्ट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर ड्राइवर-कंडक्टर को गिरफ़्तार कर लिया है. इस मामले का पता चलते ही देर शाम काठगोदाम थाने में लोगों का पहुंचना शुरू हो गया. लोगों में इस बात को लेकर बेहद गुस्सा था. थाने पहुंचे लोग स्कूल प्रबंधन की भूमिका को लेकर भी गुस्से में दिखे और उसके ख़िलाफ़ की एफ़आईआर दर्ज करने की मांग की. लोगों ने ड्राइवर-कंडक्टर का पुलिस सत्यापन न होने पर भी आक्रोश जताया. नैनीताल के एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव ने कहा कि मामला पोक्सो के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद और मामले की जांच के बाद इस केस में और धाराएं जोड़ी जा सकती हैं.