कोरोना महामारी ने उत्तराखंड के पर्यटन कारोबार को बुरी तरह प्रभावित किया है। अधिकांश होटलों में कर्मचारी इससे बेरोजगार हो चुके हैं। उत्तराखंड की कई होटलों में स्टाफ को लॉकडाउन के समय से सैलरी तक नहीं दी गई, बता दें नैनीताल के प्रतिष्ठित होटल मनु महारानी होटल भी इससे स्वाभाविक तौर पर प्रभावित हुआ है। इसके चलते होटल प्रबंधन ने गुरुवार को ले ऑफ का फैसला ले लिया और 96 कर्मचारियों के लिए होटल आने पर पाबंदी लगा दी है। कर्मचारियों को सुबह ही इसकी जानकारी दी गई। इस पर कर्मचारियों में रोष फैल गया और गेट में हंगामा शुरू हो गया।
मल्लीताल कोतवाली से प्रभारी अशोक कुमार व अन्य पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे। उन्होंने बमुश्किल शांति व्यवस्था बनाई। होटल के कर्मचारी यूनियन अध्यक्ष राजेंद्र चावला ने इस के लिए जीएम को जिम्मेदार ठहराया व कहा कि मालिकों को गुमराह कर रहे हैं। इधर जीएम नरेश अग्रवाल का कहना है कि पिछले तीन माह से बगैर कारोबार के कर्मचारियों को वेतन दिया गया। आगे नियमानुसार कदम उठाए गए हैं। इसकी लिखित जानकारी सम्बन्धितों को दी जा रही हैं। जी एम की ओर से स्टाफ को जारी नोटिस भी जारी किया गया है