मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि चारधाम यात्रा का विरोध करने वाले तीर्थ पुरोहित नहीं बल्कि कांग्रेस के पदाधिकारी है। तीर्थ पुरोहित इसके विरोध में नहीं हैं।
शनिवार को सचिवालय में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चारधाम यात्रा के विरोध को लेकर सीधे कांग्रेसी नेताओं को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि जो लोग विरोध कर रहे हैं, वे कांग्रेस के पदाधिकारी हैं। बार-बार देखने में आ रहा है जो विरोध कर रहे हैं वह कांग्रेस से जुड़े हुए हैं। जिन्हें वह अच्छी तरह से जानते हैं और आज से नहीं, बल्कि काफी पहले से उन्हें पहचानते भी हैं। गौरतलब है कि प्रदेश में स्थानीय लोगों के लिए चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है।
प्रतिदिन चारों धामों के लिए पांच से छह सौ ई-पास जारी किए जा रहे हैं। अब प्रदेश सरकार अन्य राज्यों के श्रद्धालुओं के लिए भी चारधाम यात्रा खोलने की तैयारी कर रही है। इसके संकेत मुख्यमंत्री पहले ही दे चुके हैं। जो योजना बनाई गई है उसके अनुसार यात्रा शुरू करने से पहले 72 घंटे की अवधि में कोरोना नेगेटिव टेस्ट रिपोर्ट लाने वाले को चारधाम जाने की अनुमति दी जाएगी। इसका चिकित्सीय प्रमाण पत्र उसे दिखाना होगा। जो कोरोना टेस्ट नहीं कराएगा उन्हें पहले सात दिनों के लिए क्वारंटाइन रहना होगा।