भारतीय जनता युवा मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूनम महाजन ने मंगलवार को नॉर्थ मुंबई से उत्तराखंड की युवा संवाद वर्चुअल रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को प्रकृति से मिला वातावरण, नैसर्गिक सुंदरता ईश्वरीय वरदान है। इसके आगे कुबेर की संपत्ति भी कम है।
पूनम महाजन ने वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए कहा कि हम यहां जो सांस लेते हैं, उत्तराखंड जैसे राज्य उसके फेफड़े हैं। वहां के जल, जंगल, जमीन हमें शुद्ध वायु प्रदान करते हैं तब हम महानगरों में रह पाते हैं। पूनम महाजन ने उत्तराखंड वासियों की बार-बार आने वाली आपदाओं से लड़कर खड़े होने की शक्ति को प्रणाम करते हुए कहा कि यहां का सरल परंतु अनुशासित अध्ययनशील जीवन देश के बाकी इलाकों के लिए अनुकरणीय है।
केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए पूनम महाजन ने कहा कि प्रधानमंत्री ने आपदा के समय जान और जहान दोनों की रक्षा का जो संकल्प पूरा किया है, उससे विश्व चकित भी है और प्रेरणा भी ले रहा है। महामारी के बावजूद प्रधानमंत्री की आत्मनिर्भर राष्ट्र बनने की संकल्प शक्ति उन्हें विश्व के अग्रणी नेताओं मैं खड़ा करती है। महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की प्रशासनिक अनुभवहीनता की तुलना उन्होंने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की प्रशासनिक क्षमता से करते हुए कहा कि यह उत्तराखंड ही है जहां से आए राज्यपाल महाराष्ट्र राज्य की जनता और बीजेपी कार्यकर्ताओं की आशा का केंद्र बने हैं।
इस दौरान मुख्य अतिथि, उत्तराखंड सरकार में मंत्री डा. धन सिंह रावत ने उत्तराखंड सरकार की ओर से युवाओं के रोजगार के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी। साथ ही कार्यकर्ताओं से योजना को घर-घर तक पहुंचाने का आह्वान किया। इस दौरान प्रदेश भारतीय जनता युवा मोर्चा अध्यक्ष कुंदन लटवाल, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी नेहा जोशी, प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश शर्मा, प्रदेश महामंत्री एवं युवा मोर्चा प्रभारी कुलदीप कुमार प्रदेश भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा महामंत्री गुंजन सुखीजा ने भी संबोधित किया।